
आप नेता अनुराग ढांडा ने झज्जर जिले में पिछले साल हुए जमीन के एक सीएलयू को लेकर आरोप लगाए हैं। पत्रकारवार्ता में ढांडा ने कहा कि 24 फरवरी, 2022 को एएनए रियल लॉजिस्टिक्स एलएलपी कंपनी बनाई गई। जिसके डायरेक्टर सिद्धार्थ लांबा और आशीष चांदना बने। इस कंपनी ने अगले ही माह 24 मार्च को झज्जर जिले के बादली तहसील के खालिकपुर गांव में 9 एकड़ जमीन 2 करोड़ 73 लाख रुपए में प्राइवेट कंपनी द्वारा संचालित मॉडल इकाेनॉमिक टाउनशिप लिमिटेड (एमईटी) से खरीद ली।
ढांडा ने दावा किया कि इस जमीन की बाजार में कीमत 45 करोड़ रुपए है। इस जमीन के लिए 15 अप्रैल, 2022 को टाउन एंड कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट में सीएलयू के लिए आवेदन किया और मात्र 12 दिनों में वेयरहाउस का लैंडयूज मिल गया। उन्होंने सवाल उठाया कि जिस काम में कई महीनों तक लगते हैं। इस मामले में सीएम को भी जवाब देना चाहिए।
ढांडा ने कहा कि सीएलयू मिलने से पहले 2 मई को कंपनी मुख्यमंत्री के तत्कालीन प्रिंसिपल ओएसडी नीरज दफ्तुआर की पत्नी अनुपमा दफ्तुआर और बेटे आदित्य दफ्तुआर ने मात्र 75 लाख रुपए में खरीद ली। जबकि 4 मई को टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग ने लैंड यूज परिवर्तित करने की अनुमति दी।
आप नेता ने मामले में भ्रष्टाचार का दावा करते हुए इसकी जांच सीबीआई और ईडी से कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर सीएम मामले की जांच के आदेश नहीं देते हैं तो जनसंवाद कार्यक्रम में आप कार्यकर्ता सवाल पूछेंगे। उन्होंने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री को भी भेजी है। उन्हाेंने कहा कि जो जमीन कंपनी ने 2 माह पहले 2.73 करोड़ रुपए में खरीदी थी, उसे सिर्फ 75 लाख रुपए में कंपनी सहित अनुपम और आदित्य दफ्तुआर को कैसे सौंप दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कंपनी दफ्तुआर की ही थी। एएनए का अर्थ अनुपम, नीरज व आदित्य है।
आरोपों पर पूर्व प्रिंसिपल ओएसडी की ओर से दिए जवाब
आरोप…9 एकड़ जमीन 75 लाख रुपए में खरीदी
जवाब: जमीन 3 करोड़ 67 लाख 11 हजार रुपए में खरीदी। इनमें 2.73 करोड़ रुपए एलएलपी की जमीन की कीमत है, जबकि 19.11 लाख रुपए रजिस्ट्रेशन चार्ज के रूप में भुगतान किया। जबकि 75 लाख रुपए का विक्रेता को प्रीमियम के रूप में दिए गए। उस वक्त वहा 29 लाख रुपए प्रति एकड़ के सर्कल रेट थे। 2023-24 में रेट में 20 प्रतिशत की और बढ़ोतरी हुई है।
आरोप: सीएलयू मात्र 12 दिन में दिया गया
जवाब: 8 अप्रैल, 2022 को सीएलयू के लिए एप्लीकेशन लगाई गई। 4 मई को सीएलयू के लेटर ऑफ इंटेंट जारी हुआ था। जबकि फाइनल सीएलयू 25 अगस्त, 2022 को जारी किया गया। सभी आरोप निराधार है।