Amritpal Singh News Updates: खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल की सोशल मीडिया पर कई वीडियो और तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें कथित तौर पर वह अलग-अलग इलाकों में दिखा है.

भगोड़े अमृतपाल का नया वीडियो
Operation Amritpal Singh: 14 दिन से फरार अमृतपाल सिंह पंजाब पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है. अमृतपाल कहां है ये तो पुलिस को नहीं पता चल रहा है लेकिन नए नए वीडियो जरूर खूब सनसनी फैला रहे हैं. अमृतपाल के दो दिन में दो वीडियो सामने आए, साथ ही एक ऑडियो भी सामने आया.
खालिस्तान समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ के चीफ अमृतपाल को पंजाब पुलिस पिछले 14 दिन से तलाश रही है. कभी दिल्ली…कभी हरियाणा तो कभी उत्तराखंड और कभी पंजाब में अमृतपाल के लौटने की खबर सामने आती है. सटीक लोकेशन पर पुलिस को अभी तक कोई इनपुट नहीं मिल सका है.
- भगोड़े अमृतपाल ने लगातार दूसरे दिन अपना वीडियो जारी कर पंजाब पुलिस को खुली चुनौती दी है. इसमें अमृतपाल कह रहा है कि वो सरेंडर नहीं करने वाला है. लोगों के बीच आएगा. वह विदेश नहीं भागेगा.
- अमृतपाल ने वीडियो में पंजाबी में कहा, “जिनको ऐसा लगता है कि मैं भगोड़ा हूं और मैंने अपने साथियों को छोड़ दिया है, उन्हें यह भ्रम नहीं पालना चाहिए. मुझे मौत का डर नहीं है और जल्द ही दुनिया के सामने पेश होउंगा. ‘संगत’ के बीच भी आउंगा.’
- दूसरे वीडियो से पहले अमृतपाल का एक ऑडियो भी सामने आया जिसमें वो दावा कर रहा है कि पहला वीडियो पुलिस ने नहीं बनवाया. इसका यकीन करो. कुछ लोग उसके बारे में भ्रम फैला रहे हैं और उसकी ओर से सरेंडर के लिए कोई भी शर्त नहीं रखी गई है.
- ऑडियो क्लिप में कहा, ‘मैंने जत्थेदार से सरबत खालसा बुलाने का आग्रह किया है. सरबत खालसा बुलाओ और साबित करो कि तुम जत्थेदार हो.’ सिख निकाय पर दबाव बनाते हुए उसने कहा, ‘अगर हम आज भी राजनीति करने जा रहे हैं, वही काम कर रहे हैं, जो हम पहले करते थे, तो भविष्य में जत्थेदार होने का क्या मतलब है.’
- पहले वीडियो में भी उसने यह तर्क देने की कोशिश की थी कि मुद्दा सिर्फ उसकी गिरफ्तारी का नहीं है, बल्कि सिख समुदाय की बड़ी चिंताओं का भी है.
- इस बीच, पंजाब सरकार ने अकाल तख्त को बताया, अमृतपाल सिंह और उसके ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के खिलाफ कार्रवाई के दौरान हिरासत में लिए गए लगभग सभी लोगों 360 में से 348 को अब रिहा कर दिया गया है.
- अमृतपाल ने मीडिया में आई उन खबरों का भी जिक्र किया जिनमें कहा गया था कि उसने अपने आत्मसमर्पण के लिए शर्तें रखी थीं, जिसमें यह भी शामिल था कि उसे प्रताड़ित नहीं किया जाना चाहिए. उसने गिरफ्तारी की पेशकश के बारे में किसी से बात नहीं की है और उसके द्वारा कोई शर्त नहीं रखी गई है.
- भगोड़े अमृतपाल ने बुधवार (29 मार्च) को अपना वीडियो जारी किया था और सरेंडर की खबरों को खारिज कर दिया था. उसने अपनी अपील में कहा था, ‘अगर हमें नौजवानों और पंजाब को बचाना है तो हमें सरबत खालसा का हिस्सा बनना चाहिए. हम जानते हैं कि हम किस रास्ते पर चल रहे हैं, हमें इन सबका सामना करना होगा. इसके खिलाफ आवाज उठाना हमारा कर्तव्य है.’
- जब अमृतपाल और उसके सहयोगियों ने एक गिरफ्तार शख्स की रिहाई की मांग को लेकर अमृतसर के निकट अजनाला थाने पर धावा बोल दिया था. इस घटना के करीब तीन हफ्ते बाद 18 मार्च को पुलिस ने उसके और उसके खालिस्तान समर्थक ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी.
- अमृतपाल उसके बाद से फरार है. वह 18 मार्च को जालंधर जिले से भाग निकला था.