VHP ने बागेश्वर धाम सरकार के समर्थन में अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के खिलाफ आंदोलन किया. आंदोलनकर्ताओं ने कहा संस्था को दूसरे धर्मों से फंडिंग होती है ये इसीलिए हिंदू धर्म के खिलाफ बोलते हैं.
(धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, फोटो क्रेडिट- @bageshwardham)
Bageshwar Dham Sarkar: बागेश्वर धाम के संत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और महाराष्ट्र के नागपुर के अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के श्याम मानव का विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है. इस मामले में शुक्रवार को विश्व हिंदू परिषद नागपुर में पूरे दमखम के साथ धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के समर्थन में उतरी. नागपुर के संविधान चौक पर विश्व हिंदू परिषद द्वारा आंदोलन किया गया. नागपुर में आयोजित रामकथा 5 से 11 जनवरी तक ही थी. इसलिए श्याम मानव और उनकी संस्था का आरोप की धीरेंद्र शास्त्री कथा अधूरी छोड़कर भाग गए, यह निराधार है.
विश्व हिंदू परिषद के आंदोलनकर्ताओं ने आरोप लगाया कि जब तक धीरेंद्र शास्त्री महाराज नागपुर में थे तब तक श्याम मानव और उनकी संस्था ने धीरेंद्र शास्त्री महाराज से संपर्क कर चुनौती देने का कोई प्रयास नहीं किया. वहीं जब महाराज छत्तीसगढ़ चले गए तब श्याम मानव प्रसिद्धि के लिए स्टंट बाजी कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि श्याम मानव और उनकी संस्था को दूसरे धर्मों से फंडिंग होती है और वह इसीलिए हिंदू धर्म के खिलाफ बोलते हैं.
शक्तियां सिद्ध करने की चुनौती
अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति श्याम मानव (Shyam Manav) का कहना था कि धीरेंद्र शास्त्री महाराज द्वारा किए जा रहे दावों की पोल खोल करने के लिए ऐसा नियंत्रित वातावरण जरूरी है. जिसमें उन तक किसी भी तरीके से प्रश्न पूछने वाले भक्तों की जानकारी ना पहुंचे. ऐसा वातावरण हजारों भक्तों की भीड़ में रायपुर में संभव नहीं. इसलिए धीरेंद्र शास्त्री महाराज या तो नागपुर में नागपुर के पत्रकार भवन में पत्रकारों की उपस्थिति में चुनौती स्वीकार कर अपनी दिव्य शक्तियां सिद्ध करें. श्याम मानव ने कहा अगर वह नागपुर (Nagpur) नहीं आना चाहते तो वे महाराष्ट्र में आने वाले समय में किसी भी जगह हमारी चुनौती स्वीकार कर अपनी दिव्य शक्तियां सिद्ध करें.
श्याम मानव का कहना है कि अगर हम रायपुर जाते हैं, तो संभव है कि वहां भक्तों की भीड़ में कानून व्यवस्था का प्रश्न निर्माण हो. श्याम मानव का आरोप है कि धीरेंद्र शास्त्री महाराज हजारों भक्तों की भीड़ में उन्हें भड़का कर अपने आप को बचाना चाहते हैं.