केरल कैडर (1977 बैच) के सेवानिवृत्त IAS अधिकारी बोस को 17 नवंबर को पश्चिम बंगाल के नए राज्यपाल के रूप में नामित किया गया था. अब उनकी सुरक्षा को लेकर सुरक्षा एजेंसियां और सरकार सतर्क हो गई हैं.
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल सीवी आनंद बोस (Image Source : PTI File Photo)
CV Ananda Bose: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस को जेड प्लस सुरक्षा (Z Plus Security) दी गई है. गृह मंत्रालय (MHA) ने यह फैसला खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट के आधार पर लिया है. गृह मंत्रालय को सूचना मिली थी कि आनंद बोस पर किसी तरह का खतरा है. यही कारण है कि उन्हें जेड कैटेगरी का सुरक्षा कवच दिया गया है.
बता दें कि सेवानिवृत्त सिविल सेवक सीवी आनंद बोस ने बीते साल 23 नवंबर को पश्चिम बंगाल के नए राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी. राजभवन में एक कार्यक्रम में कलकत्ता हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राज्य के अन्य मंत्रियों और विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी की उपस्थिति में उन्हें पद की शपथ दिलाई थी.
1977 बैच के केरल कैडर के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी बोस को 17 नवंबर को पश्चिम बंगाल के नए राज्यपाल के रूप में नामित किया गया था. अब उनकी सुरक्षा को लेकर सुरक्षा एजेंसियां और सरकार सतर्क हो गई हैं. उनको जेड प्लस की सुरक्षा श्रेणी में रखा जाएगा.
क्या होती है जेड प्लस सुरक्षा?
जेड प्लस केंद्रीय सुरक्षा कवच की उच्चतम श्रेणी है. जेड श्रेणी के सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति को आमतौर पर खतरे की धारणा के आधार पर बारी-बारी से 35 से 40 कमांडो प्रदान किए जाते हैं. सुरक्षा कवर में 22 सदस्यीय चालक दल शामिल है, जिसमें 4-5 एनएसजी कमांडो + पुलिस कर्मी शामिल हैं और यह भारत की तीसरी सबसे बड़ी सुरक्षा है.
इसमें मौजूद प्रत्येक कमांडो ने विशेषज्ञ मार्शल आर्ट और निहत्थे युद्ध प्रशिक्षण प्राप्त किया है. यह सुरक्षा बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय वित्त मंत्री और अन्य कई गणमान्य व्यक्तियों को प्रदान की गई है.