पश्चिम बंगाल का बंटवारा कर उत्तर बंगाल राज्य बनाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है. TMC ने इसके खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव में लाने का फैसला किया है.

पश्चिम बंगाल विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो गया है. ( Image Source : PTI )
Bengal Partisan: पश्चिम बंगाल के बजट सत्र के पहले दिन तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने उत्तर बंगाल को अलग राज्य बनाए जाने की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) से अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है. टीएमसी ने बंगाल के विभाजन के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव लाने की घोषणा की है.
उत्तर बंगाल के विकास मंत्री उदयन गुहा ने राज्य के बंटवारे पर अपना साफ रुख बताने को लेकर बीजेपी को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने बीजेपी पर बंगाल के लोगों के साथ डबल गेम खेलने का आरोप लगाया है. टीएमसी का आरोप है कि इस मांग के पीछे बीजेपी के नेता हैं.
बंगाल को तोड़ने की कोशिश का आरोप
सिलीगुड़ी में मीडिया से बातचीत में गुहा ने कहा, “भाजपा बंगाल के लोगों के साथ ‘डबल गेम’ खेल रही है. दक्षिण बंगाल में, वे कहते हैं कि वे उत्तर बंगाल को एक अलग राज्य नहीं बनाना चाहते हैं, जबकि उत्तर बंगाल में उनके सांसद और विधायक अलग राज्य की मांग कर रहे हैं. भाजपा को 48 घंटे के भीतर अपनी बात साफ करनी होगी.’
टीएमसी मंत्री ने भाजपा पर बंगाल में गड़बड़ी पैदा करने का भी आरोप लगाया क्योंकि चुनाव नजदीक है. उन्होंने आगे कहा. “बंगाल को तोड़ने की कोशिश की जा रही है. हम इस बजट सत्र में इसके खिलाफ प्रस्ताव लाएंगे. वहीं, पश्चिम बंगाल के मंत्री सोवनदेब चट्टोपाध्याय ने कहा, हम चाहते हैं कि विपक्ष सहित हर विधायक इस प्रस्ताव का समर्थन करें.
बीजेपी का पाखंड आएगा सामने- गुहा
उन्होंने आगे सवाल किया कि राज्यों के बंटवारे को लेकर बीजेपी की त्रिपुरा के लिए एक नीति है तो बंगाल के लिए दूसरी. ऐसा क्यों है? टीएमसी नेता ने इसे ओछी राजनीति बताते हुए कहा कि जल्द ही बीजेपी का पाखंड लोगों के सामने आएगा.

