पंजाब सरकार के एक मंत्री की अश्लील वीडियो के मामले में जांच के बजाय सियासी हलचल अधिक तेज है। पंजाब गवर्नर ने एक ओर वीडियो की फोरेंसिक जांच के आदेश दिए हैं तो दूसरी और DGP चंडीगढ़ को भी शिकायत के तथ्यों की पड़ताल के आदेश दिए गए हैं। सियासी खेमे में AAP मंत्री से जुड़ा यह मामला फुटबॉल बना दिख रहा है, क्योंकि अब गेंद कभी इस पाले में तो कभी उस पाले में जाती जान पड़ रही है।
दरअसल, बीते एक साल में CM भगवंत मान और गवर्नर बीएल पुरोहित के बीच अकसर तल्खी बढ़ती देखी गई है, लेकिन अब सवाल AAP मंत्री की वीडियो से जुड़ा है। नतीजतन इसे लेकर गवर्नर और CM के बीच टसल पहले से अधिक बढ़ जाएगी या फिर कोई निष्कर्ष निकल सकेगा, यह सवालों के घेरे में है। क्योंकि मामले में लगातार सियासी उठा-पटक जारी है।

मंत्री की चुप्पी से राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज
जालंधर लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेसी विधायक सुखपाल सिंह खैहरा द्वारा वीडियो के साथ शिकायत गवर्नर तक पहुंचाना भी राजनीतिक कदम माना जा रहा है। लेकिन वीडियो में दिखाई दे रहे मंत्री की चुप्पी ने राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं अधिक तेज कर दी हैं।
सियासी जानकारों के अनुसार जालंधर उप-चुनाव तक विपक्षी पार्टियों द्वारा मामले पर AAP की घेराबंदी जारी रखी जाने वाली है। हालांकि CM मान और अन्य मंत्रियों द्वारा सरकार के पास किसी मंत्री का इस्तीफा नहीं पहुंचने और विपक्षी नेताओं द्वारा जानबूझ कर व्यक्तिगत हमले किए जाने की बातें कही गई हैं।
DGP के निष्पक्ष जांच पर सवाल
AAP की मान सरकार DGP चंडीगढ़ की जांच को सही मानेगी या नहीं, इस पर भी सवाल खड़ा है। क्योंकि मान सरकार द्वारा राज्य संबंधी मामले में गवर्नर के आदेश पर DGP चंडीगढ़ की जांच को प्रभावित बताया जाना तय है। क्योंकि गवर्नर बीएल पुरोहित और CM भगवंत मान की तल्खी भी जग जाहिर है। दोनों लगातार एक-दूसरे के आमने-सामने रहे हैं। लेकिन इस बार मामला खुद मान सरकार के एक मंत्री से जुड़ा है।

