पंजाब को नशे से मुक्त कराना मान के लिए बहुत बड़ी चुनौती बन चुका है। जानकारों का मानना है कि सरहद पार पड़ोसी देश पाकिस्तान से हेरोइन की खेप आने के अलावा पंजाब में भी कई केमिकलों से जहरीला नशा तैयार किया जा रहा है।

पंजाब की एक उच्च अदालत में खुले ड्रग्स से संबंधित तीन लिफाफे मुख्यमंत्री भगवंत मान के पास पहुंचने के बाद प्रत्येक जिले की पुलिस सतर्क हो चुकी है। पंजाब को नशे से मुक्त कराना मान के लिए बहुत बड़ी चुनौती बन चुका है, क्योंकि इस धंधे में खाकी पहनने वाले कई मुलाजिम व अधिकारी जुड़े हैं। पाकिस्तान से आने वाली हेरोइन पंजाब के नौजवानों की जवानी को खोखला कर रही है। सूबे में ज्यादातर युवा नशा करने के साथ-साथ इसे बेच भी रहे हैं। कालेजों के बाद नशा स्कूलों तक पहुंच चुका है। यही नहीं, नौजवान नशे का इंजेक्शन नसों में लगाकर मौत को गले लगा रहे हैं। पंजाब में प्रति दिन नशे के सेवन से नौजवानों की मौत हो रही है।
सूबे के ज्यादातर युवा सेवन करने के साथ बेच रहे नशा
सूत्रों के मुताबिक सरहद पार पड़ोसी देश पाकिस्तान से हेरोइन की खेप आने के अलावा पंजाब में भी कई केमिकलों से जहरीला नशा तैयार किया जा रहा है। फिरोजपुर के ज्यादातर गांव ऐसे हैं जहां पर नौजवान नशेड़ी बन चुके हैं। प्रत्येक गांव में नशा बिक रहा है, कहीं पर कम और कहीं ज्यादा। इस धंधे में कई पुलिस मुलाजिम भी संलिप्त हैं।
कालेजों के बाद स्कूलों तक पहुंचा, जेलों में भी धड़ल्ले से हो रहा उपयोग
फिरोजपुर जेल में नशीले पदार्थ सप्लाई करने के आरोप में एक मुलाजिम व एक डाक्टर पकड़े जा चुके हैं। नशीले पदार्थ के धंधे से जुड़ा नारकोटिक्स कंट्रोल सेल का एक इंस्पेक्टर रैंक का अधिकारी भी पकड़ा जा चुका है। इसके घर से भारी मात्रा में नशीले पदार्थ मिले थे। बता दें कि पंजाब में भी कई पुलिस वालों पर नशा तस्करी करने के आरोप लगे हैं। बीएसएफ में भी एक-दो मुलाजिम हेरोइन तस्करी के आरोप में पकड़े जा चुके हैं। ऐसे लोगों को कई सियासी नेताओं का समर्थन है।
पंजाब में नशीली दवाओं की हो रही बिक्री
प्रदेश के ज्यादातर गांवों में खुली किरयाना व दवा की दुकानों पर पाबंदीशुदा नशीली दवाइयों की बिक्री हो रही है। नशेड़ी हेरोइन जैसा महंगा नशा के बाद नशीली दवाइयों का सेवन कर रहे हैं। ज्यादातर नौजवान ऑक्सीट़ोसिन इंजेक्शन से नशे की पूर्ति करते हैं, जबकि ये इंजेक्शन दुधारू पशुओं का जल्द दूध उतारने के लिए प्रयोग में लाया जाता है। इस पर पाबंदी लगी है। फिर भी कई दुकानों पर बिकता है। इस इंजेक्शन के इस्तेमाल से ही नौजवानों की मौत हो रही है। फिरोजपुर पुलिस भारी मात्रा में कई बार नशीली गोलियां व कैप्सूल पकड़ चुकी है। पुलिस कई बस्तियों व स्लम कालोनियों में दबिश देती है, लेकिन उनके हाथ कुछ नहीं लगता है, इसका एक बड़ा कारण कई पुलिस वाले नशा तस्करों से मिले हुए हैं।