
पंजाब के लुधियाना में पुलिस ने नकाबपोश बदमाशों द्वारा परिवार से मारपीट कर गहने व नकदी लूट लेने के मामले को सुलझा लिया है। मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों में एक पहले पीड़ितों का ड्राइवर रह चुका है। इस कारण उसे घर का पूरा भेद था।
पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर उस वक्त दोनों को साउथ सिटी रोड के पास से गिरफ्तार किया, जब वे एक और स्नैचिंग को अंजाम देने की तैयारी कर रहे थे।
जॉइंट कमिश्नर सौम्या मिश्रा ने बताया कि वारदात में शामिल एक आरोपी अभी फरार है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान फतेहगढ़ साहिब के गांव नूरपुरा निवासी 37 वर्षीय गुरजीत सिंह और हैबोवाल निवासी रोशन कुमार (35) के रूप में हुई है। इनके फरार साथी की पहचान जालंधर के कुम्मा के रूप में हुई है।

लूटे गहने और स्कूटर बरामद
गुरजीत सिंह पर पहले से 12 मामले दर्ज हैं। इनके कब्जे से लूटे गए सोने के गहने और वारदात में इस्तेमाल स्कूटर बरामद किया है। जानकारी के मुताबिक आरोपी रोशन पहले पीड़ित परिवार की गाड़ी चलाता था। उसने दो महीने पहले नौकरी छोड़ दी थी। थाना पीएयू की पुलिस ने वारदात के 8 दिन बाद ये मामला सुलझाया है।
इस तरह की थी वारदात
पीड़ित महिन्द्र कुमार ने थाना पीएयू में शिकायत दर्ज करवाई थी कि 23 मई को वह शिवाला रोड पर दुकान में मौजूद था। उसकी पत्नी शिखा जिंदाल का करीब 3 बजे उसे फोन आया, जिसने उसे घर आने के लिए कहा। महिन्द्र मुताबिक जब वह घर गया तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई।
पत्नी शिखा, बेटा माधव और मां तीनों के साथ बदमाशों ने मारपीट की हुई थी। पत्नी शिखा ने उसे बताया कि 3 नकाबपोश घर से सोना और 15 हजार नकदी चुरा कर ले गए। इसके बाद पुलिस को मामले की जानकारी दी।