
जालंधर लोकसभा के उपचुनाव की वोटिंग 10 मई को है। 9500 की आबादी वाला गांव दयालपुर पंजाब का ऐसा गांव है, जो 2 जिलों, 2 संसदीय क्षेत्रों, 2 विधानसभा, 2 तहसील, 2 एसडीएम और 2 थानों में बंटा है। गांव में 3 पंचायतें हैं एक जालंधर जिले में आती है और 2 कपूरथला में।
जालंधर वाले हिस्से के सांसद संतोख सिंह चौधरी के निधन से यह सीट खाली हुई थी। अब यहां उपचुनाव हो रहे हैं। प्रशासन ने जालंधर वाले हिस्से के लोगों को असलाह लाइसेंस जमा करने को कहा है लेकिन कपूरथला वाले हिस्से के लोगों को ऐसा कोई आदेश नहीं है।
नेता प्रचार करने आते हैं तो आधे गांव में ढोल-ताशे बज रहे हैं जबकि कपूरथला वाले हिस्से में सन्नाटा है। दूसरे हिस्से का सांसद खडूर साहिब से हैं। सड़क हादसे, हत्या, झगड़ों में पुलिस व प्रशासन घटना को हदबंदी का रोड़ा बना लेता है। कई बार हदबंदी कई लोगों की मौत का कारण भी बनी है।
शहीद भगत सिंह की बहन अमर कौर की ससुराल है दयालपुर…पूर्व सरपंच परमजीत सिंह ने बताया कि गांव दयालपुर महाराजा जगतजीत सिंह की रियासत का अंतिम गांव था। दूसरी तरफ करतारपुर की जमीन थी। उधर के लोग भी आकर बस गए। आजादी के बाद एक हिस्सा कपूरथला और दूसरा जालंधर में आ गया। 2018 में कपूरथला के हिस्से की 2 पंचायतें बना दीं। गांव दयालपुर वाले हिस्से में शहीद भगत सिंह की बहन अमर कौर का ससुराल है।

रोचक हिस्सा
- गांव में रिश्तेदार आते हैं तो गांव और व्यक्ति का नाम एक एक होने पर किसी और के घर पहुंच जाते हैं।
- वोट जालंधर वाले हिस्से के लोग डालेंगे, नेताओं की सभा में चाय की चुस्की दूसरे भी ले रहे।
गांव में 2 जिलों के अपने-अपने स्कूल और गुरुद्वारे
लोग अपनी पहचान बताने लिए गांव को भी तीन हिस्सों में बांट रखा है। अब लोग इन गांवों को जालंधर का दयालपुर, कपूरथला का दयालपुर व नवां दयालपुर से पुकारने लगे हैं जबकि कागजों में गांव का एक ही नाम है। यहां के ज्यादातर घर जुड़े हैं। केवल एक रोड से ही पहचान की जाती है कि यह कौन सा है। गांव दो जिलों में बंटा है इसलिए यहां अपने-अपने स्कूल, पंचायत और गुरुद्वारे हैं।
1 पंचायत जालंधर में, 2 पंचायतें कपूरथला जिले में
दयालपुर गांव की 1 पंचायत का क्षेत्र जालंधर में है। यहां के सरपंच हरजिंदर सिंह राजा हैं। इस पंचायत का विधानसभा क्षेत्र, तहसील, सब डिविजन व पुलिस थाना करतारपुर है।
कपूरथला में आती दयालपुर की एक पंचायत के सरपंच सुखदेव मरवाहा की डेथ हो चुकी है। दूसरी पंचायत की सरपंच राजविंदर कौर हैं। दोनों पंचायतों का विस क्षेत्र, तहसील, एसडीएम भुलत्थ है। इनका थाना सुभानपुर लगता है।
हदबंदी का ये नुकसान
- गांव दयालपुर जालंधर-अमृतसर नेशनल हाईवे पर है। हादसा, कत्ल या झगड़ा होने पर प्रशासन व पुलिस हदबंदी में फंसी रहती है। कई बार तो ऐसा हुआ कि हादसे होने पर पुलिस हदबंदी में फंसी रहती है और पीड़ित मर जाता है।
- सर्टीफिकेट तस्दीक करवाना होता है तो नंबरदार को जालंधर या कपूरथला का बता कर विवाद खड़ा हो जाता है।
- कई बार एक पंचायत को विधायक, सांसद ग्रांट दे जाता है। लेकिन दो पंचायतों को फूटी कौड़ी भी नहीं मिलती।

