
मोहाली-चंडीगढ़ बॉर्डर पर कौमी इंसाफ मोर्चा द्वारा लगाए गए पक्का मोर्चा मामले में पंजाब के DGP गौरव यादव को आज हाईकोर्ट में एफिडेविट देना है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने बॉर्डर से मोर्चा हटाने के आदेश दिए थे, लेकिन पालना नहीं किए जाने पर DGP हाईकोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे।
मामले में पिछली सुनवाई के दौरान एडवोकेट जनरल (AG) द्वारा हाईकोर्ट से जवाब दाखिल करने के लिए अतिरिक्त समय की मांग की गई थी। इस पर हाईकोर्ट ने 31 मई को सुनवाई की तिथि निर्धारित की। जिसके बाद DGP को आज हाईकोर्ट में केस की वर्तमान स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करनी है।
सिखों की रिहाई के लिए चल रहा पक्का मोर्चा
दरअसल, सजा पूरी करने के बाद भी जेलों में बंदी सिखों की रिहाई के लिए सिख जत्थेबंदियों द्वारा 7 जनवरी 2023 से मोहाली-चंडीगढ़ बॉर्डर पर पक्का मोर्चा लगाया गया था। इससे चंडीगढ़ और मोहाली के आम लोग काफी परेशानी में हैं। मोर्चे के कारण अधिक परेशानी चंडीगढ़ के सेक्टर-51/52 और मोहाली फेस-7/8 के लोगों को हो रही है।
चंडीगढ़ के ट्रैफिक को अंदरूनी सड़कों या अन्य वैकल्पिक मार्ग का इस्तेमाल करना पड़ रहा है। पंजाब पुलिस और राज्य सरकार मोर्चा हटवाने में विफल रही है।

चंडीगढ़ के पुलिसकर्मियों को किया घायल
8 फरवरी 2023 को कौमी इंसाफ मोर्चा द्वारा बंदी सिखों की रिहाई की मांग को लेकर पंजाब CM आवास को घेरने का प्रयास किया गया। इस दौरान मोर्चा प्रदर्शन हिंसक हो गया और हथियारबंद लोगों ने चंडीगढ़ के पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया और तोड़फोड़ की। इससे चंडीगढ़ की कई महिला पुलिसकर्मी और अन्य जवान घायल हो गए थे। पुलिसकर्मियों ने दौड़-दौड़ कर अपनी जान बचाई थी। बावजूद इसके चंडीगढ़ की अफसरशाही ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज या अन्य कार्रवाई के आदेश नहीं दिए थे।

चंडीगढ़-मोहाली पुलिस ने दर्ज किए केस
पुलिसकर्मियों से मारपीट और तोड़फोड़ करने पर चंडीगढ़ और मोहाली पुलिस ने हिंसक प्रदर्शनकारियों पर केस दर्ज किए थे। पुलिस ने मामले में आतंकी जगतार सिंह हवारा के पिता समेत 7 लोगों के खिलाफ जानलेवा हमला करने और हथियार लूटने सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया।