
पंजाब के लुधियाना से सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने रेलवे स्टेशन का दौरा किया। बिट्टू ने पुनर्विकास परियोजना में चल रहे काम को देखा। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि काम के चलते किसी यात्री को कोई परेशानी का सामना न करना पड़े।
उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन का मौजूदा ढांचा 1908 में अस्तित्व में आया था और इसे 473 करोड़ की लागत से पूरी तरह से तैयार किया जा रहा है। यह परियोजना 2025 के अंत तक पूरी हो जाएगी। रेलवे स्टेशन पर हवाई अड्डे जैसी सुविधाएं यात्रियों को मिलेंगी।

फिलहाल रेलवे स्टेशन के मौजूदा ढांचे को तोड़ा जाएगा। लोगों की की सुविधा के लिए रेलवे स्टेशन के दोनों ओर अस्थायी टिकट बुकिंग काउंटर, टॉयलेट, रेलवे ऑफिस के कार्यालय और वेटिंग रूम बनाए जा रहे हैं। लुधियाना उन गिने-चुने शहरों में शामिल है जिन्हें इस विशाल परियोजना के लिए चुना गया है।
बिट्टू ने कहा कि महानगर के स्टेशन के पुनर्निर्माण आदि के लिए वह लगातार केन्द्र सरकार और रेल मंत्री के संपर्क में रहे है ताकि शहर के लोगों को बढ़िया स्टेशन मिल सके क्योंकि पैसेंजर ट्रेनों के अलावा हर महीने लुधियाना से 500 मालगाड़ियां चलती हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन का एलिवेटेड रोड के माध्यम से सीधा संपर्क होगा। हवाई अड्डों के समान एक फूड कोर्ट और स्वच्छ, आधुनिक प्रतीक्षालय और शौचालय भी बनाए जाएंगे।

ढंडारी रेलवे स्टेशन पर खर्च होंगे 9 करोड़
बिट्टू ने कहा कि ढंडारी कलां रेलवे स्टेशन पर एक समानांतर विकास परियोजना चल रही है, जो ग्यासपुरा, ढंडारी कलां और साहनेवाल सहित औद्योगिक क्षेत्रों में रहने वाली आबादी की एक बड़ी संख्या को पूरा करती है।
रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि अधिकारियों ने पूर्व की ओर जाने वाली कई ट्रेनों के स्टॉपेज को ढंडारी कलां और साहनेवाल रेलवे स्टेशन पर ट्रांसफर करने का प्रस्ताव पहले ही दे दिया है। चूंकि रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में यात्री प्रवासी श्रमिक हैं, इसलिए ट्रेनों को स्थानांतरित करने से स्टेशन के अंदर और बाहर भीड़ कम हो जाएगी।