
राष्ट्रीय जांच एजेंसी(NIA) ने आतंकी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) की फंडिंग करने वालों पर पंजाब और हरियाणा में रेड की है। पंजाब में 9 जगहों और हरियाणा में 1 जगह पर रेड की गई। KTF के लिए फंड जुटाने के अलावा बॉर्डर पार से हथियार, गोला-बारूद और एक्सप्लोसिव की तस्करी की साजिश में शामिल लोगों पर भी ये रेड हुई। हालांकि अभी तक इसका ब्यौरा सामने नहीं आई है।
सूत्रों के मुताबिक KTF की तरफ से पंजाब और हरियाणा में बड़ी वारदातों की तैयारी की जा रही थी। जिसमें धमाकों से लेकर टारगेट किलिंग तक शामिल है। उनके प्लान को डीकोड करने पर NIA को पता चला कि कई लोकल लोग उनके लिए फंडिंग कर रहे हैं। कई फंडिंग का जरिया बने हुए हैं। वहीं कई लोग बॉर्डर पार और खासकर पाकिस्तान से हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी में मदद कर रहे हैं। जिसके बाद एक साथ KTF से जुड़े संदिग्ध लोगों पर रेड की गई।
मुक्तसर में खिलौना बेचने वाले पर छापा
NIA की टीम ने पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब जिले में खिलौना बेचने वाले पर रेड की है। टीम ने अबोहर रोड बाइपास पर रहने वाले व्यक्ति से काफी देर तक पूछताछ की गई।
इसके अलावा फिरोजपुर के तलवंडी भाई क्षेत्र में भी रेड की गई। यहां के करीब 5 गांवों से कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। उनसे KTF की फंडिंग और हथियार तस्करी की साजिश में शामिल होने को लेकर पूछताछ की जा रही है।
कैथल में दवा कारोबारी के घर NIA की रेड
हरियाणा के कैथल में दवा कारोबारी भाईयों प्रदीप और कुलदीप के घर सुबह 6 बजे रेड हुई। गांव चूहड़माजरा में ये रेड करीब 4 घंटे चली। सूत्रों के मुताबिक, टीम के पास जानकारी थी कि प्रदीप और कुलदीप के बैंक खातों में असामान्य ट्रांजेक्शन हुई है। दोनों अवैध रूप से दवाइयों की सप्लाई करते हैं।
प्रदीप के बड़े भाई कुलदीप के अनुसार, शक के आधार पर NIA की टीम उनके घर पूछताछ के लिए आई थी। टीम वापस चली गई है। भाई प्रदीप के बैंक खातों की पासबुक और अन्य ट्रांजेक्शन की जांच की गई। टीम ने सवाल जवाब किए। कई कागजों पर प्रदीप के हस्ताक्षर करवाए।
4 महीने पहले आतंकी संगठन करार दिया
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 4 महीने पहले KTF को आतंकी संगठन करार दिया था। गृह मंत्रालय ने कहा था- ”खालिस्तान टाइगर फोर्स कट्टरपंथी संगठन है। जिसका मकसद पंजाब में फिर आतंकवाद फैलाना है। पंजाब में टारगेट किलिंग के पीछे भी इस संगठन का हाथ है। गृह मंत्रालय का कहना है कि ये संगठन भारत की क्षेत्रीय अखंडता, एकता, राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता को चुनौती देता है”।
कनाडा बैठा निज्जर चला रहा, डल्ला उसी का सहयोगी
खालिस्तान टाइगर फोर्स का सरगना हरदीप सिंह निज्जर है। जो कनाडा में बैठकर संगठन को ऑपरेट कर रहा है। सितंबर 2020 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हरदीप निज्जर को आतंकवादी घोषित कर दिया था। इसके बाद निज्जर की जालंधर के भर सिंह पुरा गांव में संपत्तियां भी कुर्क की थी।
2018 में जब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भारत की यात्रा पर आये थे, तब तत्कालीन CM अमरिंदर सिंह ने उन्हें खालिस्तानी आतंकवादियों की एक सूची सौंपी थी और और उसमें निज्जर का भी नाम था। पंजाब में हाल ही में कई टारगेट किलिंग और बम धमाकों के आरोपी अर्शदीप डल्ला भी इसी आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ है।