
सजा पूरी होने के बाद भी सालों से जेलों में बंद सिखों की रिहाई मामले में मोहाली-चंडीगढ़ बॉर्डर पर लगे पक्के मोर्चे पर आज हाईकोर्ट में सुनवाई नहीं हो सकी है। हाईकोर्ट ने अब मामले की सुनवाई के लिए 17 मई की तिथि निर्धारित की है।
मामले में राज्य सरकार को हाईकोर्ट को वर्तमान स्थिति से अवगत कराना है। सिख जत्थेबंदियों द्वारा मोहाली-चंडीगढ़ बॉर्डर पर बीते कई महीने से पक्का मोर्चा लगाया गया है। लेकिन पंजाब पुलिस और राज्य सरकार इसे उठाने में नाकाम रही है।
यातायात प्रभावित
बॉर्डर पर लगाए इस मोर्चे के चलते मोहाली फेस-7, 8 समेत चंडीगढ़ का यातायात बुरी तरह प्रभावित है। पुलिस द्वारा रिहायशी क्षेत्रों के बीच के रास्तों से ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया है, लेकिन ट्रैफिक का संचालन सुगम नहीं होने से लोगों की समस्या जस की तस बनी है।
चंडीगढ़ पुलिस पर हमला
8 फरवरी 2023 को कौमी इंसाफ मोर्चा द्वारा बंदी सिखों की रिहाई की मांग को लेकर पंजाब के CM आवास को घेरने के प्रयास का प्रदर्शन हिंसक हो गया था। इस दौरान चंडीगढ़ के पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया गया और हथियारबंद लोगों ने जमकर तोड़फोड़ की।
चंडीगढ़ और मोहाली पुलिस द्वारा मामले में केस दर्ज किए गए। मामले में आतंकी जगतार सिंह हवारा के पिता सहित सात लोगों के खिलाफ पुलिस पर जानलेवा हमला करने, हथियार लूटने की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया। कौमी इंसाफ मोर्चा के सदस्य लंबे समय से मोहाली-चंडीगढ़ सीमा पर धरना लगाए बैठे हैं।