Russian President Putin: खबरों के मुताबिक व्लादिमीर पुतिन के साथ में उनके परिवार के करीबी मेंबर अलीना काबेवा भी उराल की पहाड़ियों में जाने वालों में शामिल हैं.
रूसी राष्ट्रपति पुतिन
Russian President Putin: रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से युद्ध चल रहा है और यह कब रूकेगा किसी को नहीं मालूम. इस बीच खबर है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन उराल के पहाड़ों में बने बंकर में जाने वाले हैं. लेकिन बताया जा रहा है कि इसके पीछे युद्ध वजह नहीं है, बल्कि पुतिन एक बीमारी से बचने के लिए पहाडों में बने बंकर का सहारा लेने जा रहे हैं.
दरअसल, रूस में एक फ्लू ने लोगों के साथ में कई अधिकारियों को प्रभावित किया है. पुतिन के बंकर में जाने को इसी से जोड़ा जा रहा है कि वो फ्लू से बचने के लिए इसका सहारा ले रहे हैं. वहीं, पूरे रूस से फ्लू के फैलने की खबरें सामने आ रही हैं. द मिरर की एक रिपोर्ट के अनुसार पुतिन का स्वास्थ्य पहले से ही ठीक नहीं है और इसी चिंता की वजह से वह न्यू ईयर तक पहाड़ियों पर बने बंकर में जाने वाले हैं.
पीस प्रेस कांफ्रेंस स्थगित की
इसी के चलते राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी हर साल होने वाली पीस प्रेस कांफ्रेंस भी स्थगित कर दी है. यह पीस प्रेस कांफ्रेंस उनके राष्ट्रपति बनने से अब तक हर साल होती आई है. माना जा रहा है कि अगर पुतिन बंकर में जाते हैं तो उनके संसद के संबोधन को भी रद्द किया जा सकता है. बता दें कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन हमेशा से अपने हेल्थ के बारे में चिंतित रहे हैं इसलिए इस बार भी हैं.
बंकरों में ही नया साल मनाएंगे
खबरों के मुताबिक व्लादिमीर पुतिन के साथ में उनके परिवार के करीबी मेंबर अलीना काबेवा भी उराल की पहाड़ियों में जाने वालों में शामिल हैं, यह सभी लोग उराल के बंकरों में ही नया साल मनाएंगे. पुतिन हमेशा से ब्लैक सी में अपनी छुट्टियां मनाते आए हैं. पुतिन के बारे में कहा जाता है कि वह अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी सजग रहते हैं.
सामान्य तौर पर वह ब्लैक सी में अपनी छुट्टी मनाते आए हैं. ज्यादातर रूसी लोग 25 दिसंबर को क्रिसमस नहीं मनाते. लेकिन नए साल से 7 जनवरी तक ऑर्थोडॉक्स क्रिसमस तक छुट्टियों का आनंद लेते हैं. रूस और यूक्रेन के बीच 11 महीने से युद्ध चल रहा है. इसी बीच रूस ने एक बड़ी बात कही, रूस का कहना है कि क्रिसमस पर भी वह युद्ध को नहीं रोकेगा. कीव अपनी सेना को वापस लेने की योजना बना रहा था. इसके कारण द्वितीय विश्व युद्ध के बाद की सबसे बड़ी लड़ाई के खत्म होने के आसार कम दिख रहे थे.