
पंजाब सरकार ने वीरवार देरशाम बर्खास्त एआईजी राजजीत के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो ने भी आय से अधिक संपत्ति बनाने और अपने सरकारी पद का दुरुपयोग करने को लेकर मामला दर्ज कर लिया है। विजिलेंस ने जांच के लिए एक विशेष टीम बनाई है, जिसका नेतृत्व एक एआईजी स्तर के अधिकारी करेंगे। जिसकी जांच भी शुरू कर दी है।
विजिलेंस को पता चला है कि राजजीत सिंह ने अपनी बेटी और पत्नी के अलावा अपने रिश्तेदारों के नाम पर करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी बनाई। जांच में सामने आया है कि जमीन के प्रत्येक सौदे में काफी करोड़ों रुपए कैश लिए और दिए गए हैं। राजजीत के 7 रिश्तेदारों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। वीरवार को राजजीत की मोहाली स्थित कोठी और पैतृक गांव समेत कई जगहों पर छापेमारी की गई।
कहीं गिफ्ट तो कहीं जमीन खरीदी, हर सौदे में करोड़ों नकद खपाए
- राजस्व रिकाॅर्ड के अनुसार राजजीत की पत्नी को 40 लाख की कीमत वाली संपत्ति को उसके भाइयों ने गिफ्ट में दी है।
- मुल्लांपुर गरीब दास स्थित 500 गज का प्लाट राजजीत ने एनआरआई दोस्त मनी सिंह से 20 लाख में खरीदा।
- मुल्लांपुर गरीब दास स्थित भड़ोजियां गांव में 500 वर्ग गज का प्लाट दिसंबर 2013 को राजजीत ने बेटी के नाम पर लोन लेकर 20 लाख में खरीदा। जांच हो रही है, लोन दिखावे के लिए लिया गया था,या असल में जरूरत थी।
- 5 कनाल 14 मरले का एक और प्लाट राजजीत के पिता की मौत के बाद उसके नाम पर ट्रांसफर हुआ है।
- मोहाली के सेक्टर 69 में प्लाट नंबर 1606 को पत्नी के नाम पर 15 लाख में खरीदा। मनीमाजरा में 773.33 वर्ग गज का प्लाट राजजीत ने 55 लाख में खरीदा। अदायगी जालंधर के गांव राववाली में बेचे 8 कनाल 18 मरले से दिखाई।
- इन संपत्तियों के अलावा राजजीत की पत्नी ने पांच प्लाट बेचे जो ईको सिटी स्थित थे। इनकी कीमत 1.6 करोड़ थी।
कीमत दिखाई 40 लाख, असल कीमत 1 करोड़ से ज्यादा
मोहाली के गांव होशियारपुर में जो संपत्ति 40 लाख में खरीदी दिखाई गई है, उसकी असल में कीमत 1 करोड़ प्रति किला थी। वहीं,1 प्लाॅट को 20 लाख में खरीदा दिखाया गया है।
सख्ती शुरू; 422 थानों का होगा रिव्यू
नशे से कमाई को चहेते इंस्पेक्टर साथ रखने वाले एसएचओ रडार पर
एआईजी राजजीत की बर्खास्तगी के बाद पंजाब पुलिस के अन्य दागी अफसरों की निशानदेही की जा रही है। सीएम के निर्देश पर ऐसे एसएचओ का पता लगाया जा रहा है जो सालों साल चहेते इंस्पेक्टरों को साथ रखकर नशे के कारोबारियों का साथ देते रहे।
इनके कार्यकाल में एनडीपीएस के तहत दर्ज मामलों की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। 422 पुलिस थानों का काम रिव्यू किया जाएगा। सीएम मान की हरी मिलने के बाद जल्द ही दागी पुलिस इंस्पेक्टरों व एसएचओ की लिस्ट तैयार की जाएगी। इंस्पेक्टर इंदरजीत पर मेहरबान रहे 4 एसएसपी पर विजिलेंस की कड़ी नजर है। इनका सर्विस रिकॉर्ड खंगाला जाएगा। कितने समय तक कहां तैनात रहे, कौन-कौन से कर्मचारी साथ तैनात करवाए।

