
पंजाब के लुधियाना में गांव कद्दों के सरपंच को निदेशक ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग ने बर्खास्त कर दिया है। सरपंच पर आरोप हैं कि उसने गांव कद्दों में पूर्व विकसित पेड़ों को कटवाया है। संबंधित ब्लाक विकास एवं पंचायत अधिकारी को विभाग ने आदेश किए है कि वह सरपंच से पंचायत की सभी संपत्ति और बैंक खाते को जब्त कर सर्वसम्मति से चुने गए पंचायत सदस्य को सौंप दें।
कद्दों गांव के सरपंच परमिंदर सिंह को विभाग के समक्ष अपना जवाब दर्ज कराने का मौका दिया गया था, लेकिन विभाग उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ, जिसके बाद 31 मार्च को निदेशक ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग गुरप्रीत सिंह खैरा ने उन्हें बर्खास्त करने का आदेश दिया।

विभाग को शिकायतें मिलीं कि सरपंच ने ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा पेड़ों की कटाई पर प्रतिबंध के बावजूद पंचायत की भूमि पर उगे पूर्ण विकसित पेड़ों को काट दिया है। सरपंच को नोटिस मिलने के 15 दिनों के भीतर जवाब दाखिल करने के लिए 23 दिसंबर 2022 को तलब किया गया था, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
13 मार्च को उन्हें अपना पक्ष रखने का एक और मौका दिया गया। सरपंच एक वकील के साथ विभाग के सामने पेश हुए, लेकिन विभाग उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ। पिछले छह दिनों में यह दूसरी ऐसी घटना है जब किसी सरपंच को बर्खास्त किया गया हो।
इससे पहले, लुधियाना के ब्लॉक सुधार के गांव रत्तोवाल की एक महिला सरपंच को उसके पति की दखलअंदाजी के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया था, क्योंकि उसने खुद को गांव के ‘सरपंच’ के रूप में पेश करना शुरू कर दिया था। इसके अलावा, वह सरकारी परियोजनाओं के उद्घाटन पत्थरों पर अपना नाम सरपंच के रूप में उकेरने में कामयाब रहे।