कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बीबीसी डॉक्यूमेंट्री विवाद पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि गुजरात दंगों पर सुप्रीम कोर्ट फैसला सुना चुका है, ऐसे में अब दूसरों मामलों पर बात करनी आवश्यकता है.

कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Image Source : PTI File Photo)
Shashi Tharoor On BBC Documentary: बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. अब इस विवाद में कांग्रेस सांसद शशि थरूर की एंट्री हो गई है. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा है कि उन्होंने कभी भी भारत के लोगों से 2002 के गुजरात दंगों से आगे बढ़ने के लिए नहीं कहा. थरूर ने कहा कि गुजरात दंगों के घाव अभी पूरी तरह से ठीक नहीं हुए हैं, लेकिन इस मुद्दे पर बहस करने से बहुत कम फायदा होगा.
एक ऑनलाइन समाचार पोर्टल से बात करते हुए तिरुवनंतपुरम के लोकसभा सदस्य ने कहा कि भारत इस त्रासदी से आगे बढ़ गया है और लोगों को लगता है कि इस मामले को पीछे रखा जाना चाहिए, क्योंकि दो दशक बीत चुके हैं और सुप्रीम कोर्ट ने भी अपना फैसला सुनाया है. हालांकि, थरूर ने कहा कि वो उन लोगों पर आक्षेप नहीं लगा रहे हैं जो मानते हैं कि आधिकारिक जांच से पूरी सच्चाई सामने नहीं आई है.
ट्विटर यूजर को थरूर का जवाब
अशोक सिंह गरचा नाम के एक ट्विटर यूजर ने कहा, “शशि थरूर ने 1919 के जलियांवाला बाग हत्याकांड के लिए ब्रिटिश सरकार से माफी की मांग की. कल उन्होंने भारतीयों से 2002 के गुजरात नरसंहार से आगे बढ़ने के लिए कहा!” इस पर थरूर ने रिप्लाई किया और कहा, “मैंने ऐसा नहीं किया.”
‘बहुत मामले हैं जिनपर बात होनी चाहिए’
शशि थरूर ने कहा, “मैंने बार-बार यह स्पष्ट किया है कि मेरा मानना है कि गुजरात के घाव पूरी तरह से ठीक नहीं हुए हैं, लेकिन यह देखते हुए कि सुप्रीम कोर्ट ने एक अंतिम निर्णय जारी किया है, हमें इस मुद्दे पर बहस करने से बहुत कम लाभ होता है…क्योंकि पहले ही इतने सारे मामले हैं जिनपर बात करनी जरूरी है.”
‘अन्य लोग मेरे विचार से असहमत हो सकते हैं’
उन्होंने कहा, “मैं स्वीकार करता हूं कि अन्य लोग मेरे विचार से असहमत हो सकते हैं, लेकिन सांप्रदायिक मुद्दों पर मेरे चार दशक के रिकॉर्ड और गुजरात दंगा पीड़ितों के लिए खड़े होने के दो दशकों के रिकॉर्ड को विकृत करना चरम पर है.”