
जिले में रविवार को जहां सुबह-शाम ठंडक रही वहीं दोपहर को गर्मी ने लाेगाें काे झुलसाने में काेई कसर नहीं छाेड़ी। जिससे पारा 40.4 डिग्री पहुंच गया। बीती रात न्यूनतम तापमान 1.3 डिग्री के इजाफे के साथ 19.5 डिग्री रहा।
मौसम विभाग के चंडीगढ़ केंद्र के अनुसार अब 17 अप्रैल से लेकर 20 अप्रैल तक मौसमी हलचल रहेगी। इन दिनों में गर्जचमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। इस दौरान आंधी भी चलेगी। हवा का लो प्रैशर एरिया बना हुआ है।
जिससे विभिन्न स्थानों पर बारिश के आसार बने हुए हैं। इस बीच जहां बादल छाए रहेंगे तो बीच में धूप भी निकलेगी।इस मौसमी बदलाव से किसानों की चिंता बढ़ गई है। अभी गेहूं कटाई का काम चल रहा है। पहले ही अप्रैल के पहले हफ्ते में खराब मौसम के चलते फसल बर्बाद हो गई थी।
अब दोबारा मौसम की खराबी बची फसल को भी बर्बाद कर देगी। जब बारिश के साथ आंधी चलती है तो गेहूं की फसल जमीन पर लेट जाती है। बारिश का पानी जमा होने से इसमें डूबे दाने फूलकर खराब हो जाते हैं। जो फसल पानी में डूबने में बच जाती है, उसके दाने काले पड़ जाते हैं। उधर, एयर क्वालिटी इंडेक्स 158 रहा है। गर्म वातावरण में धूल के अंश गर्म हवा के साथ बहने लगते हैं, जिससे हवा में प्रदूषण का प्रभाव बढ़ जाता है।

