भारत में पहली बार केंद्र सरकार ने देशभर में स्थित जल स्रोतों की गणना की है। जल शक्ति मंत्रालय द्वारा पहली बार जारी ‘वाटर बॉडीज: फर्स्ट सेंसस रिपोर्ट’ के अनुसार पंजाब में 16 हजार 012 हजार जल स्रोत हैं, जिसमें से 98.9 फीसदी (15 हजार 831) ग्रामीण क्षेत्रों में हैं, तो सिर्फ 1.1 प्रतिशत (181) शहरी क्षेत्र में हैं।
प्रदूषण, सिल्टिंग और अवैध कब्जे के चलते 52 फीसदी (8,332) उपयोग में नहीं हैं, यानी ये सूख चुके हैं। बात हरियाणा की करें तो यहां पर पंजाब के मुकाबले जल स्रोत कम है, लेकिन यह रख-रखाव में पंजाब से बेहतर है। यहां कुल 14 हजार 898 जल स्रोतों में से 60 फीसदी (8,794) इस्तेमाल में हैं, और 40 फीसदी (6,104) सूख चुके हैं। सबसे अच्छी स्थिति केंद्र शासित राज्य चंडीगढ़ की है। सिटी ब्यूटीफुल इकलौता है, जहां 100 प्रतिशत जलस्रोत उपयोग में है।
देश में 55.2% जल स्रोतों का स्वामित्व निजी संस्थाओं के पास, जबकि 44.8% का स्वामित्व सार्वजनिक क्षेत्र के पास है

हिमाचल में 86% जल स्रोत उपयोग में
एक अन्य पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश मंे भी जल स्रोतों के रख-रखाव की स्थिति बेहतर है। यहां कुल 88 हजार 017 जल स्रोतों मंे से 86.21 फीसदी (75,871) इस्तेमाल मंे हैं, जबकि 23.79 फीसदी जल स्रोत सूख चुके हैं। देश की बात करें तो कुल 24 लाख 24 हजार 540 जल स्रोतों मंे से 83.73% (20,30,040) उपयोग में हैं।
जल स्रोतों में सबसे ज्यादा तालाब
देश में सबसे अधिक जल स्रोत के रूप में तालाब (59.5 %) हैं। इसके बाद टैंक (15.7%), जलाशय (12.1%), जल संरक्षण योजनाएं के तहत बने चेक डैम (9.3%), झीलें (0.9%) और अन्य (2.5%) हैं। 55.2 फीसदी जल स्रोतों का स्वामित्व निजी संस्थाओं के पास, जबकि 44.8 % का सार्वजनिक क्षेत्र के पास है।
देश में 24 लाख 24 हजार 540 जल स्रोत, पं. बंगाल में सबसे ज्यादा
देश में 24 लाख 24 हजार 540 जल स्रोतों की गणना की गई है, जिनमें से 97.1 फीसदी (23 लाख 55 हजार 055) ग्रामीण क्षेत्रों में हैं और केवल 2.9 प्रतिशत (69 हजार 485) शहरी क्षेत्रों में हैं। जल स्रोतों की संख्या के मामले में शीर्ष पांच राज्य पश्चिम बंगाल (7,47,480), उत्तर प्रदेश (2,45,087), आंध्र प्रदेश(1,90,777), ओडिशा (181,837) और असम (1,72,492) हैं। यहां देश के कुल जल स्रोतों का लगभग 63 फीसदी हैं। शहरी क्षेत्रों में जल स्रोतों की संख्या के मामले में शीर्ष पांच राज्य पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, उत्तर प्रदेश और त्रिपुरा हैं।

