
पंजाब के सरकारी दफ्तरों का समय आज मंगलवार से सुबह 7:30 से 2 बजे तक कर दिया गया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान सुबह 7.28 बजे अपने कार्यालय पहुंच गए। उन्होंने कहा कि यह निर्णय सरकारी कर्मचारियों और आम जनता से पूछ कर लिया गया है। अगर यह एक्सपेरिमेंट सफल हुआ तो आने वाले सालों में सर्दी और गर्मियों के समय में अंतर होगा।
सीएम भगवंत मान ने लाइव होकर लोगों के सामने समय बदलने को लेकर अपनी बात रखी। मान ने कहा- इस बार गर्मी बहुत ज्यादा पड़ने के आसार हैं। 7.30 बजे ऑफिस खुलेंगे। लोग सरकारी दफ्तरों में पहुंच कर सुबह 8 तो कोई 8.30 तक अपने काम करवा कर फ्री हो जाएगा। उसके बाद लोग अपने रोजमर्रा के कामों में जा सकते हैं। क्योंकि इससे पहले समय 9 से 5 का होता था। लोगों को अपनी दिहाड़ी को छोड़ काम को चुनना पड़ता था। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
ऐसा विदेशों में होता रहा है और आज भी होता है। विदेश में लोग टाइम जोन के अनुसार अपनी घड़ियां आगे-पीछे कर लेते हैं। हमारा देश एक ही टाइम जोन में है। लेकिन हम अपने ऑफिस के टाइम को शिफ्ट कर सकते हैं। 21 जून तक दिन बड़े होने लगते हैं। सूरज और भी जल्दी उगेगा और लेट छिपेगा।
बिजली की खपत में कमी
पंजाब में बिजली बड़ा मुद्दा है। राज्य में बिजली की कमी नहीं है। अगर सरकार ने यह बिजली के लिए करना होता तो निर्णय पर अमल पहले ही कर लिया जाता। सीएम मान ने कहा कि एक दिन में सरकारी दफ्तरों से 350 मेगावॉट बिजली की खपत कम हो जाएगी। यानी कि एक महीने 16 से 17 करोड़ और ढाई महीनों में 40- 42 करोड़ का फर्क होगा।
बिजली बोर्ड के अनुसार, पंजाब में बिजली की खपत के पीक आवर दोपहर 1.30 से 4 बजे तक का होता है। ऐसे में बिजली का प्रयोग उस पीक तक नहीं जाएगा। सीएम ने साफ किया कि इस साल न इंडस्ट्री, न घरों और न ही किसानों पर कोई बिजली कटौती की जाएगी। धान लगाने के लिए 8 घंटे बिजली दी जाएगी। पंजाब को जोन में बांटा जाएगा और उसी अनुसार बिजली धान लगाने के लिए दी जाएगी।
बच्चों और माता-पिता का एक समय
सीएम मान ने कहा कि स्कूलों का समय भी इसी अनुसार तय कर दिया गया है। बच्चे अपने ऑफिस आने से पहले बच्चों को स्कूल छोड़ेंगे और दोपहर घर जाते हुए बच्चों को लेकर साथ जाएंगे। इससे ऑफिस के बाद कर्मचारियों को अपने परिवार के साथ फैमिली टाइम स्पैंड करने का समय भी मिल पाएगा। सीएम ने कहा कि 25 दिन पहले इसकी अनाउंसमेंट की गई, ताकि सभी मेंटली प्रिपेयर हो जाएं।
अन्य राज्य भी इस मॉडल को अपनाने को तैयार
सीएम मान ने कहा कि 3-4 स्टेट्स ने उनसे इस प्रोजेक्ट के बारे में पूछा है। एक सप्ताह में हम उन्हें इसके रिजल्ट बता देंगे। वे भी ऐसा करना चाहते हैं। बड़े शहरों जैसे दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु, चेन्नई आदि को भी इससे फायदा होगा। वहां ट्रैफिक से स्थिति हेचपोच हो जाती है। लेकिन इस मॉडल को अपनाने के बाद ट्रेफिक समय के अनुसार बंट जाएगी। पंजाब के तजरबे से बाकी स्टेटस भी सीख लेंगी।
15 जुलाई के बाद आगे का निर्णय
सीएम ने कहा कि 15 जुलाई तक परिणाम देखे जाएंगे। रिजल्ट अच्छे हुए तो इसे आगे बढ़ाया जा सकता है। इसके बाद, जैसे स्कूलों का समय गर्मी व सर्दी में अलग होता है, उसी अनुसार दफ्तरों का समय भी निर्धारित किया जाएगा। पंजाब इस समय एडवांस प्लानिंग में लगा हुआ है, ताकि आने वाले समय में पंजाब बेहतर तरक्की कर सके।

