
पंजाब के CM भगवंत मान ने कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारुचक को लेकर सुखपाल खैहरा, दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा और अकाली नेता बिक्रम मजीठिया की बयानबाजी पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि यह तीनों एक ही हैं। कई बार वह आपस में सलाह नहीं कर पाते और तीनों एक ही बात बोल जाते हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान से पूछे जाने पर कि सिरसा ने ट्वीट किया है कि कटारुचक ने इस्तीफा भेज दिया है?। इस पर मान ने कहा कि मुझे तो पता नहीं, हो सकता है उन्होंने सिरसा को भेजा हो। मुझे तो अभी तक कटारुचक का इस्तीफा मिला नहीं है।
मान ने कहा कि मनजिंदर सिंह सिरसा और सुखपाल खैहरा की एक जैसा तासीर है। दोनों पार्टियां बदलने और इस्तीफा देने के माहिर हैं। जालंधर में इनके पास कोई मुद्दा नहीं है। दोनों बौखलाहट में बोलते रहते हैं। सिरसा, मजीठिया और सुखपाल खैहरा बैठकर बातें करते रहते हैं कि आज क्या नया करना है।
खैहरा से पूछा- PDA में कटारुचक को किसने दी थी टिकट
भगवंत मान ने कहा कि तीनों ने कटारुचक पर सलाह नहीं की तो इनके बयानों में विरोधाभास है। कोई कह रहा है भतीजे को अपना PA लगा लिया। कोई कह रहा है साली के लड़के को अपना असिस्टेंट बना लिया। आज खैहरा को कटारुचक बुरा लग रहा है वह यह बताएं कि PDA में कटारुचक को टिकट किसने दी थी?।
जब सभी कामरेडों ने मिलकर पंजाब डेमोक्रेटिक अलायंस (PDA) बनाई थी उस वक्त PDA का प्रधान कौन था। यह इनकी बौखलाहट है क्योंकि इनके परचे खुल रहे हैं।
मान बोले- खैहरा को कुर्सी का शौक, उठना अच्छा नहीं लगता
खैहरा को बड़ी कुर्सी का बहुत शौक है, वह उनके साथ रहे हैं। यदि प्रधान की कुर्सी उन्हें कहीं खाली नजर आ जाए को वह उस पर विराजमान हो जाते हैं। उन्हें फिर कुर्सी से उठना अच्छा नहीं लगता। उन्हें माइक के आगे बैठने का भी बहुत शौक है। कई बार तो वह पत्रकारों को वॉट्सऐप मैसेज करके बुला लेते हैं कि वह 2 घंटे से फ्री बैठे हैं आ जाओ। उन्होंने कहा कि खैहरा में सब्र नहीं है।

