
पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में मल्टीलेवल पार्किंग बनाने से लेकर डेवलपमेंट के बाकी काम होंगे या नहीं इसको लेकर फैसला मिनिस्ट्री आॅफ कल्चर ही लेगी। यहां होने वाले कामों को लेकर हेरिटेज इम्पैक्ट असेस्मेंट रिपोर्ट मिनिस्ट्री ऑफ कल्चर को सब्मिट की जा चुकी है।
सूत्रों के मुताबिक जो इम्पैक्ट असेस्मेंट रिपोर्ट बनाई गई है उसमें कहा गया है कि यहां पार्किंग या बाकी काम करवाने से हेरिटेज स्टेटस को नुकसान हो सकता है। ज्यादातर काम हेरिटेज साइट के अंदर या बफर जोन में आ रहे हैं।
प्रशासन अपने स्तर पर इसलिए कोई फैसला नहीं कर सकता क्योंकि यह जगह वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल है। मिनिस्ट्री यूनेस्को के साथ मिलकर तय करेगी जो काम यहां हाईकोर्ट में होने हैं वो किए जा सकते हैं या नहीं।
हाईकोर्ट के होलिस्टिक प्लान को लेकर वीरवार को एडवाइजर धर्मपाल ने सीनियर अफसरों के साथ मीटिंग की। अफसरों के मुताबिक अगर मिनिस्ट्री से मंजूरी मिल जाती है तो इन कामों को समय से पूरा करवाया जा सकता है। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट को भी हेरिटेज इम्पैक्ट असेस्मेंट रिपोर्ट सब्मिट की जाएगी।
हाईकोर्ट के लिए ये काम होने हैं
होलिस्टिक प्लान में हाईकोर्ट में एक मल्टीलेवल पार्किंग बनाने का प्रस्ताव शामिल है। करीब 10 हजार व्हीकल्स के लिए यह पार्किंग बनाई जानी है, क्योंकि हर रोज हजारों लोग यहां आते हैं। 3000 से ज्यादा हाईकोर्ट के कर्मचारी यहां आते हैं। इसके अलावा कुछ कोर्ट रूम और बनाने का भी प्रस्ताव है। कुछ और काम कोर्ट कॉम्प्लेक्स में किए जाने हैं।
हेरिटेज स्टेटस…
कैपिटल कॉम्प्लेक्स को यूनेस्को ने वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स की लिस्ट में शामिल किया है। इसलिए यहां पर कुछ बदलाव होने से हेरिटेज स्टेटस पर असर पड़ सकता है। यही वजह है कि प्रशासन ने होलिस्टिक डेवलपमेंट प्लान को लेकर पहले हेरिटेज स्टेटस असेस्मेंट करवाई है, जिसकी रिपोर्ट मिनिस्ट्री को सब्मिट की जा चुकी है।

