
पंजाब के जालंधर में लोकसभा उपचुनाव के बीच पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के माता-पिता इंसाफ यात्रा निकाल रहे हैं। लेकिन इस यात्रा में उन्हें लोगों से मिलने नहीं दिया जा रहा। मूसेवाला के माता-पिता जहां जाते हैं, वहां भीड़ जुटती है तो पुलिस उसे तितर-बितर कर देती है।
ऐसा ही मामला दो दिन पहले जालंधर के रामामंडी में सामने आया था। मूसेवाला के माता-पिता से मिलने के लिए खड़े लोगों को पुलिस ने पहले अनाउंसमेंट करके जाने के लिए कहा, लेकिन जब लोग नहीं माने तो उन्हें बलपूर्वक मौके से भगा दिया गया। कुछ युवकों को तो पुलिस ने डिटेन करने की कोशिश भी की।
रामामंडी में एनएच अंडरपास पर पुलिस की इस कार्रवाई की एक वीडियो भी वायरल हो रही है। इस दौरान जब लोगों ने वीडियो बनाते वक्त पुलिस के अधिकारियों को पूछा तो वह कोई जवाब नहीं पाए और सिर्फ इतना कहा कि उन्हें अधिकारियों के आदेश हैं। इकट्ठा करने की परमिशन न होने पर लोगों को यहां से हटाया जा रहा है।

आज फिर जालंधर में कांग्रेस पार्षद के दफ्तर जाएंगे
मूसेवाला के माता-पिता आज फिर जालंधर में आएंगे। पिता बलकौर सिंह और माता चरण कौर शहर के सबसे ज्यादा भीड़भाड़ वाले इलाके भगवान वाल्मीकि चौक (ज्योति चौक) में कांग्रेस पार्षद शैरी चड्ढा के दफ्तर में आएंगे। यहां पर वह इकट्ठे होने वाले लोगों को संबोधित भी करेंगे और अपने बेटे को इंसाफ के लिए लोगों से समर्थन भी मांगेंगे।
जारी रहेगी इंसाफ के लिए जंग
मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने लतीफपुरा में कहा था कि पंजाबी कमजोर नहीं है। अपने हक की लड़ाई लड़ना जानते हैं। पंजाब में अपने बेटे के लिए इंसाफ की लड़ाई छेड़ी है। वह तब तक चुप नहीं बैठेंगे जब तक कि उन्हें इंसाफ नहीं मिल जाता है।
मां चरण कौर ने कहा कि दुश्मन तो कोई कसर नहीं छोड़ता है, लेकिन वाहेगुरु ने हम सब में उससे लड़ने के लिए हौसला दिया है। हम लड़ेंगे और तब तक लड़ेंगे जब तक कि हमें इंसाफ नहीं मिल जाता। चरण कौर ने कहा कि दुश्मनों ने उनके बेटे को बेरहमी से मारा। सरकार से जब हम इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं तो आगे से जवाब मिलता है कि 32-33 लोगों को पकड़ा जा चुका है।
उन्होंने कहा कि जिन्हें हम कह रहे हैं कि इन्होंने उनके बेटे की साजिश रचकर हत्या करवाई है सरकार उन्हें क्यों नहीं पकड़ती। मां चरण कौर ने कहा कि शुभदीप के काम से कुछ लोग इतने परेशान थे कि वह काम से तो उसे हरा नहीं सके। पिछले 4 साल से उसे हराने की कोशिश कर रहे थे। कई हथकंडे अपनाए पर असफल रहे। अंत में उन्होंने उस पर हमला करवा कर हत्या करवा दी।
संदीप अंबिया, चावला, गुरजंट का क्या कसूर था?
बलकौर सिंह ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था का पूरी तरह से दिवाला निकल चुका है। पंजाब के नौजवानों को पकड़-पकड़ तर डिब्रूगढ़ भेजा जा रहा है। जबकि जेलों में बैठे गैंगस्टरों को इंटरनेट से लेकर तमाम सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। रोज गैंगस्टर जेलों से अपनी वीडियो-फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं।
पंजाब में जो भी व्यक्ति अपनी मेहनत से 4 पैसे कमाकर खड़ा होने की कोशिश करता है उसके पीछे फिरौती मांगने वाले पड़ जाते हैं। तरनतारन के गुरजंट ने सारा जिंदगी ढाबा चलाया। मेहनत कर पैसे जोड़े तो कपड़े का कारोबार शुरू किया, लेकिन फिरौती वाले पीछे पड़ गए। पैसे नहीं दिए तो सरेआम हत्या कर दी।
नकोदर में टिम्मी चावला ने मेहनत कर बिजनेस खड़ा किया। गाड़ी के लिए वीआईपी नंबर लिया को फिरौती वाले उसके पीछे पड़ गए। उसे भी पैसे न देने पर मौत के घाट उतार दिया। कबड्डी में इंटरनेशनल स्तर पर नाम कमाने वाले संदीप नंगल अंबिया को सरेआम विदेश में बैठे लोगों ने गैंगस्टरों से मरवा दिया।