
‘संगीत और फिल्म की कोई सीमा नहीं है, क्योंकि ये इमोशंस को व्यक्त करते हैं। यहां के लोगों में सिनेमा को लेकर उत्साह और जुनून देखना ही अद्भुत बात है, इसलिए मेरा मानना है कि इस तरह के फेस्टिवल बेहद जरूरी हैं, ताकि फिल्म इंडस्ट्री में यंगस्टर्स के टैलेंट को प्रोत्साहित करने के साथ उनकी ग्रोथ हो सके’ इन शब्दों से बॉलीवुड एक्टर यशपाल शर्मा ने अपने विचार व्यक्त किए।
रविवार शाम सेक्टर-35 के म्यूनिसिपल भवन से तीसरे चंडीगढ़ म्यूजिक एंड फिल्म फेस्टिवल-2023 का आगाज हुआ। इसकी शुरुआत विभिन्न प्रकार की फीचर फिल्में और लघु फिल्में की स्क्रीनिंग के साथ हुई। शाम में फेस्ट का उद्घाटन हुआ।
इसका हिस्सा बनने एक्टर यशपाल, विनय पाठक, राजेंद्र गुप्ता, राकेश बेदी, बीनू ढिल्लों, गैवी चहल, जसविंदर भल्ला, केतकी आनंद बीबी वर्मा, रतन औलख, राजेश शर्मा, सचिन आहूजा, बाल मुकुंद सहित इंडस्ट्री के कई शख्सियतें पहुंची।
फेस्ट के पहले दिन कलाकारों सहित सिनेमा में योगदान देने के लिए सम्मानित किया गया। कलाकारों ने अपने विचार साझा करते हुए पंजाब को फिल्मी हब बनाने का जो बीड़ा उठाया है, वह एक अच्छी पहल है। साथ ही फेस्ट से जिस तरह हमारे पंजाबी फिल्म एंड टीवी आर्टिस्ट और संस्थाओं के माध्यम से आर्टिस्ट को जोड़ा गया है वो काबिलेजिक्र है।
पहले काफी संस्थाएं होती थी जो यहां पर आकर बाहर से फिल्म फेस्टिवल जैसे फंक्शन करके चली जाती थी। लेकिन अब आर्टिस्ट एसोसिएशन से जोड़ा गया है, इससे आर्टिस्ट को एकजुट करने में आसानी होगी।
आइडिया एक्सचेंज होते हैं, कनेक्शन बनता है… एक्टर राकेश बेदी ने कहा कि फिल्म फेस्टिवल एक तरह से बातचीत का अच्छा इंटरेक्टिव मीडियम है। कोशिश करता हूं, जब वक्त होता है तो उसमें जाता जरूर हूं। जैसे अभी चंडीगढ़ शहर को हब बनाने की बात की है।
हालांकि इतने साल हो गए हैं फिर भी यह बात सिरे नहीं चढ़ रही। ऐसे में इस तरह के इवेंट मददगार बनते हैं। एक आर्टिस्ट के लिए नहीं, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और इंडस्ट्री से जुड़े अन्य लोगों के जुड़ने में। आइडिया एक्सचेंज होते हैं। कनेक्शन बनता है और नए आयाम खुलते हैं।
दर्शकों में उत्साह और जुनून देखकर खुशी मिलती है…
एक्टर विनय पाठक बोले, यह फिल्म और म्यूजिक फेस्टिवल इंडस्ट्री की उभरते आर्टिस्ट के लिए अपना काम दिखाने और एस्टेबलिशड प्रोफेशनल्स के साथ जुड़ने का मंच है। हमेशा से दर्शकों में उत्साह और जुनून को देखकर खुशी मिलती रही है। यह उम्मीद करता हूं कि आने वाले सालों में इस फेस्टिवल का दायरा अौर बढ़ेगा यह विकसित होता रहेगा।

