
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का आज पैतृक गांव बादल में अंतिम संस्कार होगा। गांव के श्मशान घाट में जगह कम होने की वजह से उनके ही खेत में उनको मुखाग्नि दी जाएगी। अंतिम संस्कार दोपहर करीब 1 बजे होगा। इससे पहले दोपहर 12 बजे तक के लिए उनकी पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए घर पर रख दिया गया है।
इस दौरान पंजाब के CM भगवंत मान, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी भी बादल परिवार से शोक व्यक्त करने के लिए उनके घर पहुंचेंगे। अंतिम संस्कार के मौके भी बड़े सियासी नेताओं के पहुंचने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं।
95 साल के प्रकाश सिंह बादल का मंगलवार रात करीब पौने 8 बजे मोहाली के अस्पताल में निधन हुआ था। उन्हें सांस की तकलीफ के बाद यहां भर्ती कराया गया था।
अंतिम विदाई की तस्वीरें…






अंतिम संस्कार में ये नेता पहुंचे सकते
अंतिम संस्कार में पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, जेएंडके के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला, हंस राज हंस, मनजिंदर सिंह सिरसा, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, केंद्रीय राज्य मंत्री सोम प्रकाश, शरद पवार, प्रफुल्ल पटेल, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और पंजाब कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग पहुंच सकते हैं।

चंडीगढ़ में PM मोदी भी अंतिम दर्शन करने पहुंचे
5 बार पंजाब के CM रहे प्रकाश सिंह बादल की पार्थिव देह को बुधवार को अंतिम दर्शन के लिए चंडीगढ़ के सेक्टर 28 स्थित अकाली दल के ऑफिस में रखा गया। जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अंतिम दर्शन व श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सुखबीर बादल से कहा कि उनके पिता को श्रद्धांजलि देना उनका फर्ज था। पीएम मोदी के अलावा यहां हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्टर, विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता, पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला, पूर्व CM राजिंदर कौर भट्टल, सुनील जाखड़, सांसद परनीत कौर समेत कई सियासी दिग्गज पहुंचे।

चंडीगढ़ से बादल तक शवयात्रा, रास्ते में फूलों से स्वागत
चंडीगढ़ में अंतिम दर्शन के बाद प्रकाश सिंह बादल की पार्थिव देह को काफिले के रूप में उनके पैतृक गांव बादल ले जाया गया। जिस एंबुलेंस में उनका शव था, उसे बिक्रम सिंह मजीठिया चला रहे थे जबकि सुखबीर बादल भी उनके साथ बैठे थे। इस दौरान जगह-जगह पर अकाली वर्कर और उनके समर्थक मौजूद रहे। उन्होंने ‘प्रकाश सिंह बादल अमर रहे’ के नारे लगाते हुए फूलों से उन्हें अंतिम विदाई दी। इस दौरान उनके बेटे सुखबीर बादल हाथ जोड़कर लोगों का धन्यवाद करते रहे।

गांव में बनाई जाएगी स्मारक
गांव बादल के लोगों का कहना है कि जिस जगह प्रकाश सिंह बादल का दाह-संस्कार किया जा रहा है, वहीं प्रकाश सिंह बादल की स्मारक भी बनाई जाएगी। यह स्मारक प्रकाश सिंह बादल के समर्थकों की आने वाली पीढ़ी के लिए बनाई जा रही है, ताकि वे प्रकाश सिंह बादल के जीवन से प्रेरणा ले सकें। प्रकाश सिंह बादल के अंतिम संस्कार के लिए 2 एकड़ जगह खाली कराई गई है।
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पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का आज पैतृक गांव बादल में अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके पार्थिव देह को घर से खेत (जहां अंतिम संस्कार होगा) तक ट्रैक्टर में ले जाया जाएगा। इस ट्रैक्टर को फूलों से सजाया गया है, जिस पर फख्र ए कौम लिखा गया है
बादल ने ही बनवाई वाजपेयी की सरकार:बाबरी विध्वंस के बाद BJP के साथ डटे रहे; पर्दे के पीछे रहकर दूसरे दलों को NDA में लाए

पंजाब के 5 बार CM रहे प्रकाश सिंह बादल ने नेशनल पॉलिटिक्स में भी अपनी सियासी समझ-बूझ का लोहा मनवाया। वर्ष 1992 में हुए बाबरी विध्वंस के बाद बादल BJP के साथ डटे रहने वाले इकलौते ऐसे नेता थे जो माइनॉरिटी कम्युनिटी से आते थे। वर्ष 1996 से 1999 के दौरान BJP को अछूत मानने वाले तमाम क्षेत्रीय दलों को NDA के बैनर तले लाने में भी सबसे अहम रोल बादल ने ही निभाया

पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल उम्र के लिहाज से भारत के वरिष्ठतम नेताओं में से एक थे। वर्ष 1927 में जन्मे बादल ने अपनी सियासी पारी 1947 यानी उसी साल शुरू की जिस समय देश आजाद हुआ था।अपने 75 साल से ज्यादा लंबे राजनीतिक जीवन में बादल कई दफा जेल गए। 17 साल जेल में गुजारने वाले बादल ने अपनी इकलौती बेटी परनीत कौर की शादी के लिए भी पैरोल लेना गंवारा नहीं समझा
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पंजाब में 5 बार सीएम रहे प्रकाश सिंह बादल का पार्थिव शरीर चंडीगढ़ स्थित पार्टी कार्यालय में पहुंच गया है। मोहाली के फोर्टिस अस्पताल से बेटे सुखबीर बादल और भतीजे मनप्रीत बादल उनकी पार्थिव देह को लेकर बाहर आए। इसके बाद फूलों से सजी एंबुलेंस में उनकी देह को अंतिम दर्शनों के लिए लाया गया

