पीलीभीत (Pilibhit) से बीजेपी (BJP) सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) का पार्टी में 19 साल से चला आ रहा राजनीतिक कद अब हर दिन कम होते जा रहा है. हम आपको घटते कद के बारे में बता रहे हैं.
बीजेपी सांसद वरुण गांधी (Image Source: PTI)
Varun Gandhi Political Profile: उत्तर प्रदेश में पीलीभीत (Pilibhit) से बीजेपी (BJP) सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) की पार्टी के खिलाफ बयानबाजी जारी है. इस बीच कयास लगाए जा रहे हैं कि वे कांग्रेस (Congress) में शामिल हो सकते हैं. भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयान के बाद ये अटकलें और तेज हो गई हैं. लेकिन हम वरुण गांधी के राजनीतिक सफर पर नजर डालते हैं.
वरुण गांधी सुल्तानपुर से बीजेपी के सांसद मेनका गांधी के बेटे हैं. मेनका गांधी ने 2004 में बीजेपी का दामन थामा था. इसके बाद वरुण गांधी का भी बीजेपी के साथ राजनीतिक सफर शुरू हो गया. हालांकि पार्टी ने उन्हें 2009 में पीलीभीत से पहली बार लोकसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया था. पीलीभीत खास तौर पर मेनका गांधी की कार्यस्थली रही है. 2009 के चुनाव में वरुण गांधी ने चार लाख से ज्यादा वोट से जीत दर्ज की.
2014 में मां की सीट पर सांसद
इससे बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में पार्टी ने सुल्तानपुर से वरुण गांधी को उम्मीदवार बनाया था. उनकी पीलीभीत सीट पर मेनका गांधी को टिकट दिया गया. इस चुनाव में भी वरुण गांधी ने चार लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से जीत दर्ज की. हालांकि 2014 के बाद कई मौकों पर वरुण गांधी का बयान सुर्खियों में रहा. खास तौर पर ललित मोदी द्वारा ट्वीट कर किए गए दावे की तो काफी चर्चा हुई. तब मेनका गांधी बीजेपी सरकार में मंत्री भी थीं.