
जालंधर उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने भी कांग्रेस की तर्ज पर 40 स्टार प्रचारकों को मैदान में उतारा है। इसमें कांग्रेस के हाथ का साथ छोड़ भाजपा में जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक शामिल हैं। लेकिन लिस्ट में जिस तरह कांग्रेस से भाजपा में आए धुरंधरों को नीचे रखा गया है, उससे साबित होता है कि भाजपा को आज भी दूसरों की बजाय अपनों पर ज्यादा भरोसा है।
पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह जब कांग्रेस में थे तो स्टार प्रचारकों की सूची में न सिर्फ राज्य में बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी ऊपर की पंक्ति में होते थे, लेकिन भाजपा ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को प्रचारकों की सूची में नंबर 3 पर रखा है। उससे ऊपर पार्टी प्रधान अश्विनी शर्मा और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी हैं।
जालंधर लोकसभा उपचुनाव के लिए भाजपा स्टार प्रचारकों की लिस्ट

कांग्रेस के पूर्व प्रधान जाखड़ का नाम चुघ से भी नीचे
राज्य में कभी कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में ऊपर नाम रखने वाले कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ भाजपा की स्टार प्रचारक लिस्ट में तरुण चुघ से भी नीचे हैं। कांग्रेस पार्टी को कभी मां कहने वाले जाखड़ जो अब भाजपा में जाने के बाद मंचों पर उसी मां को कोसते हैं को लिस्ट में केंद्रीय मंत्रियों से नीचे 15वें स्थान पर रखा गया है।
बाजवा का भाई फतेहजंग 31 स्थान पर
विधानसभा में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष और जालंधर लोकसभा चुनाव में स्टार प्रचारक प्रताप सिंह बाजवा के भाई को भी भाजपा ने अपना स्टार प्रचार बनाया है, लेकिन भाजपा ने उन्हें 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट में नीचे से 9वें नंबर यानी 31वें स्थान पर रखा है। यही हाल पूर्व मंत्री राणा गुरमीत सोढी का है उन्हें हरजीत ग्रेवाल से भी नीचे 22वें स्थान पर रखा है।
संगरूर उपचुनाव में भाजपा की टिकट पर दूसरा स्थान हासिल करने वाले पूर्व कांग्रेस विधायक केवल ढिल्लों को 26वां और आय से अधिक संपत्ति के मामले में विजिलेंस के रडार पर चल रहे पूर्व कांग्रेस मंत्री बलबीर सिद्धू को स्टार प्रचारकों की सूची में भाजपा ने 25वें स्थान पर रखा है। जबकि राजकुमार वेरका को 30वां स्थान मिला है।

