
राज्य के आईएएस विदेशों में हरियाणा के युवाओं के लिए नौकरी के अवसर जहां तलाशेंगे। प्रदेश के आयात-निर्यात के लिए भी संपर्क साधेंगे। 22 आईएएस को 80 देशों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अब ये आईएएस इन देशों के दूतावास के संपर्क में रहेंगे।
प्रत्येक आईएएस को 2 से 7 तक देश की जिम्मेदारी दी गई है। इसे लेकर फॉरेन कॉर्पोरेशन विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेट्री ने सभी आईएएस को पत्र भेजा है। जिसमें यह भी लिखा है कि यदि किसी विदेश में संबंधित कार्य के लिए प्रतिनिधिमंडल जाता है तो संबंधित आईएएस को भी ले जाया जा सकता है।
अब तक यह कार्य फॉरेन कॉर्पोरेशन डिपार्टमेंट ही कर रहा था, लेकिन विदेशों में लगातार संपर्क जारी रखने के लिए आईएएस अफसरों की मदद ली जा रही है। खास बात यह है पड़ोसी देश पाकिस्तान से संपर्क की जिम्मेदारी किसी अफसर को नहीं दी गई है। आईएएस अफसर हर माह फॉरेन कॉर्पोरेशन डिपार्टमेंट को रिपोर्ट भी देंगे कि उन्होंने क्या किया।
जानिए…किस आईएएस को कौन से देश की जिम्मेदारी दी

क्या करेंगे आईएएस: स्किल के अनुसार रोजगार व आयात-निर्यात पर रहेगा जोर
आईएएस इन देशों में हरियाणा के युवाओं के लिए नौकरी तलाशेंगे। स्किल के अनुसार युवाओं को वहां काम दिलवाया जाएगा।
इन देशों में प्रदेश में निर्यात की जानी वाली चीजों की पहचान करेंगे। उसके अनुसार क्वालिटी में सुधार किया जा सके व निर्यातकों को सुविधा दी जा सके।
विदेशों में रहने वाले हरियाणवी प्रवासियों की पहचान की जाएगी। उनसे आईएएस संपर्क में रहकर मेलजोल भी बढ़ाएंगे।
हरियाणा में निवेश बढ़ाने को आईएएस संबंधित देश के विदेशी दूतावास के साथ- साथ उनसे संबंधित भारतीय दूतावास के साथ भी संपर्क में रहेंगे।

